डायबिटीज है तो क्या जियो बिंदास No ratings yet.

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डायबिटीज हम लोगों के लिए कोई नया शब्द नहीं है। अक्सर यह सुना जाता है कि भारत डायबिटीज की राजधानी है। 7 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज यानी मधुमेह से प्रभावित है जब कि लाखों लोग इसकी चपेट में आने वाले हैं। मेरे परिवार की स्थिति भी ऐसी ही है, काफी सदस्य डायबिटीज के शिकार हैं, लेकिन जब मैने उनके बारे में जाना और ठीक से समझा तो मुङो समझ में आया कि सभी प्रकार की डायबिटीज का उपचार हो सकता है और सभी लोग जो इससे प्रभावित हैं अपना जीवन सामान्य ढंग से जी सकते हैं। डायबिटीज के साथ जीना कोई कठिन काम नहीं है – जीवन शैली में बदलाव ही इसका रहस्य है। आइये जानते हैं किन-किन चीजों को ध्यान में रखा जाये तो डायबिटीज के साथ भी बिंदास जीवन जीया जा सकता है। यदि आप डायबिटीज के शिकार हैं तो आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस कुछ महत्वपूर्ण चीजों को ध्यान में रखते हुए अपनी जीवन शैली में बदलाव लाना होगा। जैसे –

व्यायाम
दवा/ चिकित्सा
संतुलित आहार
सामाजिक जीवन
मुङो लगता है डायबिटीज हो या नहीं हम सभी लोगों को स्वास्थ्यवर्धक खाना और व्यायाम नियमति रूप से करना चाहिए। खानपान और व्यायाम से न सिर्फहम टाईप 2 डायबिटीज से बच सकते हैं बल्किजो लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं वह इससे जुड़ी समस्याओं को कम कर सकते हैं। अपनी बीमारी की स्थिति के आधार पर हम इन चार महत्वपूर्ण बिंदुओं का पालन करते हुए डायबिटीज के साथ भी बिंदास हो कर जी सकते है।

व्यायाम
व्यायाम हमारे फिटनेस के स्तर में सुधार करने के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है, यह न सिर्फ कैलोरी जलता है बल्कि शरीर में वसा को भी कम कर देता है। डायबिटीज के साथ जी रहे लोगों के लिए, व्यायाम इंसुलिन की तरह से ही ब्लड शुगर को कम करती है और शरीर को भी कुशलता पूर्वक अपने ब्लड शुगर का उपयोग करने में मदद करती है।

डाक्टरी सलाह
टाइप 1 डायबिटीज के शिकार लोगों को प्रतिदिन दवा के एक रूप में इंसुलिन इंजेक्शन की आवश्यकता होती है। जब शरीर स्वयं से इंसुलिन बनाने की स्थिति में नहीं होता है तो टाइप 1 डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों को इंसुलिन की जरूरत होती, इंसुलिन शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वह प्रतिदिन अपने शरीर में ब्लड शुगर की मात्ना की निगरानी करें।
टाइप 2 डायबिटीज होने पर कुछ इंसुलिन तो शरीर स्वयं से पैदा कर लेता है लेकिन यह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। टाइप 2 डायबिटीज के साथ जी रहे कुछ लोगों का काम तो ब्लड शुगर कम करने वाली दवाओं से ही चल जाता है और कुछ लोगो को इंसुलिन के इंजेक्शन (लगभग 30 प्रतिशत टाइप 2 डायबिटीज के मरीज अपना ब्लड शुगर नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन इंजेक्शन का उपयोग करते हैं) लेने पड़ते हैं।
यहां यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप अपनी हालत में सुधार के लिए समय समय पर उचित चिकित्सकीय सलाह लेते रहें और आवश्यकतानुसार अपनी जीवन शैली में परिवर्तन करें, ताकि आपकी डायबिटीज आपके नियंत्नण में रहे और जीवन बिंदास।

संतुलित आहार
स्वस्थ भोजन डायबिटीज यानी मधुमेह के लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। स्वस्थ और संतुलित आहार ब्लडशुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है और साथ ही शरीर के वजन को भी ठीक बनाए रखता है। शरीर में ब्लड शुगर की मात्ना इस बात पर निर्भर करती है कि हम क्या खा रहे हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम जो भी खाना पसंद करें वह न सिर्फ हमारे जीवन को स्वस्थ बनाये बल्कि बीमारियों से भी बचाये।

सामाजिक जीवन
एक सक्रि य सामाजिक जीवन उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि व्यायाम या फिर ब्लड शुगर की निगरानी है। लेकिन हम में से बहुत सारे लोग इसकी आवश्यकता पर ज्यादा जोर नही देते है इसकी वजह से डायबिटीज के नियंत्नण में इसको जगह नहीं दी जाती है।
एक अच्छा सामाजिक जीवन मन और शरीर को स्थिरता देने के साथ ही साथ तनाव के स्तर को भी कम करता है। एक सामान्य व्यक्ति की तरह दोस्तों, परिवार के सदस्यों के साथ समारोह का आंनद लेना, बाहर घूमने जाना आदि आपको अच्छा महसूस कराता है, डायबिटीज के बढ़ने के खतरे को भी कम करता है, और तो और यह डायबिटीज के साथ जी रहे लोगों को उनकी स्थिति को नियंत्रित करने में भी करता है।

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