आंखों को चोट से बचाएं
आंखों की 80 से 90 प्रतिशत चोटें ऐसी होती हैं जिनसे बचा जा सकता है। जैसे:-
घर में और खेल के समय
- दिन प्रतिदिन के उपयोग की वस्तुओं जैसे उभरे नुकीले या धारदार खिलौने, चाकू, सुई, कैंची आदि का इस्तेमाल सावधानी के साथ और किसी की देखरेख में करना चाहिए।
- छिड़काव व स्प्रे करने वाली वस्तुओं का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित कर लें कि उनका मुंह आपकी आंखों की तरफ न हो।
- डिटर्जेंन्ट या तेज हानिकारक रसायनों का उपयोग करने के पूर्व उनसे संबंधित निर्देशों को सावधानी से पढ़कर उनका पालन करें। उपयोग के पश्चात हाथ अच्छी तरह धोकर साफ कर लें।
- तीर-धनुष, पिस्तौल जिनसे गोलियां निकलती हों उनका इस्तेमाल न करें।
त्योहारों के समय
- तेज आतिशबाजी करते समय किसी बड़े को साथ में रखें तथा जलते पटाखों के पास खड़ें न रहें।
- घर के भीतर पटाखे न जलाएं।
- आतिशबाजी के समय पानी या रेत से भरी बाल्टी पास रखें।
- होली आदि के अवसरों पर रासायनिक रंगों के इस्तेमाल से बचें, प्राकृतिक रंगों का ही इस्तेमाल करें।
- दूसरों पर जबरदस्ती रंग न फेंकें और रंग फेंकते या लगाते समय इस बात का ध्यान रखें की रंग आंखों के आस-पास न लगे।
- यदि आंखों में कोई रसायन चला जाए तो खूब अच्छी तरह से पानी से धोयें और यदि फिर भी परेशानी महसूस होती हो तो किसी नेत्न विशेषज्ञ से संपर्क करें।
आंख में किसी प्रकार के विकार के लक्षण दिखने पर तुरंत किसी कुशल नेत्न विशेषज्ञ से सम्पर्क करें। अपने आप किसी प्रकार की दवा आँखों में न डालें
जब आंख में कुछ गिर जाए
- आंख को रगड़ें नहीं।
- आंख को खूब अच्छी तरह साफ पानी से धोएं।
- आंख में गिरे कण को स्वच्छ गीले कपड़े से निकालने में किसी की मदद लें।
- यदि आंख में पड़ा कण आसानी से न निकले तो तुरंत नेत्न चिकित्सक के पास जायँ।
कम्प्यूटर मानीटर के कारण आंखों में सूखापन, जलन, तकलीफ, सरदर्द, पीठ दर्द, या मांसपेशी में ऐंठन की शिकायत हो सकती है। इससे बचाव के लिए -
- कम्प्यूटर कक्ष में प्रकाश की उचित व्यवस्था रखें।
- कम्प्यूटर का उपयोग करने वालों को मानीटर स्क्र ीन उचित दूरी पर रखना चाहिए।
- मानीटर को आँख के स्तर से कुछ नीचे रखें।
- कम्प्यूटर पर कार्य करते समय संदर्भ सामग्री को मानीटर के निकट रखें ।
- मानीटर की चमक और प्रतिबिंब से आँखों को बचाने के लिए पर्याप्त रोशनी में कार्य करें।
- आँखों को बार-बार झपकाएं ताकि आँखों की नमी बनी रहे और आँखें सूखने से बची रहें।